कांग्रेस प्रत्याशी का धार्मिक आयोजन: चुनावी दावपेच या समाज सेवा?
संयुक्त मजिस्ट्रेट आशिमा गोयल ने आदर्श आचार संहिता के उल्लंघन पर कांग्रेस प्रत्याशी को दी बड़ी चेतावनी
गदरपुर
पुत्रदायनी एकादशी के मौके पर कांग्रेस पार्टी की पालिका अध्यक्ष पद की प्रत्याशी चंद्रा जोशी द्वारा 101 कन्याओं का पूजन किए जाने को लेकर राजनीति ने शहर में चर्चा का नया दौर शुरू कर दिया है। चुनावी माहौल में इस तरह के आयोजनों के इस समय किए जाने से सवाल उठने लगे हैं, खासकर जब प्रशासन ने इस प्रकार के आयोजनों के लिए अनुमति लेने की सख्त हिदायत दी है।
यह प्रकरण इस बात को उजागर करता है कि चुनावी समय में इस प्रकार के धार्मिक आयोजन केवल समाज सेवा के रूप में नहीं देखे जा सकते, बल्कि ये राजनीतिक रणनीति का हिस्सा बन गए हैं। ऐसे आयोजनों का उद्देश्य मतदाताओं को प्रभावित करना और वोट बैंक की राजनीति को साधना हो सकता है। यह आयोजन संकेत करता है कि राजनीति में कभी-कभी धार्मिक भावनाओं का इस्तेमाल सिर्फ वोटों के लिए किया जाता है। ऐसे आयोजनों के जरिए धर्म और राजनीति के बीच का रिश्ता और गहरा हो जाता है, जिससे यह सवाल उठता है कि क्या यह आयोजन समाज के हित में था या सिर्फ राजनीतिक स्वार्थ के लिए किया गया है।
आखिरकार, यह पूरे मामले का केंद्रीय मुद्दा है कि चुनावी माहौल में धार्मिक आयोजनों का राजनीतिक दावपेच के रूप में इस्तेमाल करना लोकतंत्र की निष्पक्षता को खतरे में डाल सकता है। ऐसे आयोजनों से जुड़ी प्रतिक्रियाएं और आरोप-प्रत्यारोप राजनीति में और भी गहरे सवाल खड़े करते हैं, जिनका असर भविष्य की चुनावी रणनीतियों ओर शहर की जनता व शहर की समस्याओं पर भी पड़ सकता है। सम्भवतः इस प्रकरण से यह हो सकता है कि इस आयोजन को लेकर शहर में राजनीतिक विवाद बढ़ जाए।
वहीं कांग्रेस प्रत्याशी चंद्रा जोशी के इस आयोजन से जुड़ा एक अहम सवाल यह है कि क्या उन्होंने पहले कभी ऐसा आयोजन किया था? क्या इससे पहले कभी भी उनके द्वारा 21 कन्याओं का पूजन किसी धार्मिक स्थल पर किया गया था? यदि ऐसा नहीं था, तो यह आयोजन राजनीतिक संदिग्धता पैदा करता है, क्योंकि चुनावी समय में इस प्रकार के आयोजन केवल धार्मिक भावनाओं को लुभाने और मतदाताओं को आकर्षित करने का एक तरीका मात्र हो सकता है
वर्जन:कांग्रेस नगर अध्यक्ष सिद्धार्थ भुसरी
कांग्रेस नेता सिद्धार्थ भुसरी ने कहा कि परमिशन ना लेने की वजह से एक महिला को पूजन करने से रोका गया है यह गलत है ओर किसी कार्यक्रम को करने के लिए अगर सड़क ब्लॉक करनी हो तो प्रशासन से परमिशन ली जाती है ना की पूजा करने पर परमिशन ली जाती है वहीं मीडिया के माध्यम से प्रेस वार्ता कर इस अयोगजन पर लगाई गई रोक को लेकर थाना अध्यक्ष के खिलाफ पुलिस प्रशासन के आला अधिकारियों से कार्यवाही की मांग की।
वर्जन: कांग्रेस प्रत्याशी चंद्रा जोशी
अध्यक्ष पद की कांग्रेस प्रत्याशी चंद्रा जोशी ने इस बात को नकारते हुए प्रशासन पर आरोप लगाया कि गदरपुर थाना अध्यक्ष उनके खिलाफ भाजपा सरकार के दबाव में काम कर रहे हैं जिससे हमारे अधिकारों का हनन हो रहा है।
वर्जन:एस.डी.एम/रिटर्निंग ऑफिसर. आशिमा गोयल
संयुक्त मजिस्ट्रेट आशिमा गोयल ने यह स्पष्ट कर दिया कि आदर्श आचार संहिता के तहत बिना अनुमति के किसी भी बाहरी स्थल पर धार्मिक या सामाजिक आयोजन करने को स्वीकार नहीं किया जाएगा, और उल्लंघन करने पर आदर्श आचार संहिता के तहत कार्रवाई करते हुए प्रत्याशी के खिलाफ एफ.आई.आर दर्ज की जाएगी, किसी भी मंदिर में पूजा पाठ करना व मस्जिद में नमाज की अनुमति लेने की आवश्यकता नहीं है परन्तु इस प्रकार के विशाल आयोजन को करने के लिए प्रशासन से अनुमति लेना अति आवश्यक है।
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